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जगरांओ रेलवे ओवरब्रिज की मरम्मत के काम का जायजा लेते आशु और बिट्टू
जगरांओ रेलवे ओवरब्रिज की मरम्मत के काम का जायजा लेते आशु और बिट्टू
लुधियाना, 06 जून 2018 (हार्दिक कुमार): शहर की सैरगाह के रूप में जाने जाते जगरांओ रेलवे ओवरब्रिज की मरम्मत का काम शुरू हो गया है, जो अगले 8 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य है। शुरू हुए काम का आज पंजाब सरकार के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग के कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु और लोक सभा सदस्य रवनीत सिंह बिट्टू ने जायजा लिया और रेलवे विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह कार्य प्राथमिकता के साथ पूरा करवाया जाए।

जायजा के अवसर पर एकत्र पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए आशु और बिट्टू ने बताया कि इस पुल के एक क्षतिग्रस्त हिस्से को गिराने का काम शुरू हो गया है, जो अगले 10 दिन में पूरा कर लिया जायेगा इसके बाद मरम्मत कार्य शुरू होगा। उन्होंने कहा कि मरम्मत किये जाने वाले पुल के हिस्से की लंबाई 65 फुट और चैड़ाई 10.5 फुट है मरम्मत कार्य के लिए आपेक्षित 24.30 करोड़ रुपए की राशि पंजाब सरकार की तरफ से रेलवे विभाग को पहले ही ट्रांसफर की जा चुकी है। इस पुल के लिए इस्तेमाल होने वाले विशेष किस्म के गाडर, डिजाइन और अन्य सामग्री की तैयारी हो चुकी है पुल का काम मुकम्मल होने बाद पुल के साथ जुड़तीं सड़कें (अपरोच रोड) नगर निगम लुधियाना की तरफ से तैयार की जाएंगी।

बिट्टू ने इस पुल के काम को तय समय सीमा में करवाने का विश्वास दिलाते हुए घोषणा की है कि वे इस काम का हर सप्ताह में दो बार स्वयं जायजा लिया करेंगे, जिससे यह काम किसी भी रुकावट और अनदेखी कारण रुके ना। इस काम में किसी भी तरीके की लेटलतीफी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। इस काम को प्रमुखता से करवाने के लिए रेलवे विभाग को कह कर ऐक्सियन का लुधियाना में ठहरना सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गिल रोड रेलवे ओवरब्रिज की मरम्मत का काम भी अगले कुछ दिनों में मुकम्मल कर लिया जायेगा इस पुल संबंधी जांच रिपोर्ट भी जल्द ही पेश की जाएगी। जिस के आधार पर आरोपी अधिकारियों और निर्माण करने वाली कंपनी खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। उन्होंने जगरांओ रेलवे रास्ते के पास बैठे नाजायज काब्जाकारों से भी अपील की है कि वे नाजायज कब्जे छोड़ कर सरकारी फलैटों में शिफट कर जाएं। जिससे रेलवे ओवरब्रिज के काम को अधिक तेजी के साथ पूरा करवाया जा सके।

पत्रकारों की तरफ से पूछे जाने पर बिट्टू ने बताया कि पंजाब सरकार की तरफ से समय पर दखल देने के बाद अब मेघालय की राजधानी शिलोंग में स्थिति शांतीपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह कोई धार्मिक लड़ाई या कोई फिरकाप्रस्ती से सम्बन्धित मामला नहीं है, बल्कि कुछ रसूखदार लोग सिखों की महँगी जायदादों पर कारोबारी लालसा कारण नाजायज कब्जा करना चाहते थे, जिसे मेघालय की सरकार और प्रशासन ने बुद्धिमत्ता के साथ निपट लिया है। उन्होंने किसी गुरुद्वारा साहब को नुक्सान पहुँचाने की अफवाहों को रद्द कर दिया।

उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार की तरफ से शिलांग भेजे गए प्रतिनिधि मंडल में बिट्टू और विधायक कुलदीप सिंह वैद्य भी शामिल थे। इस अवसर पर उनके साथ पार्षद राकेश पराशर, जिला प्रधान कांग्रेस गुरदेव सिंह लापरां, जिला यूथ कांग्रेस प्रधान राजीव राजा, निजी सहायक गुरदीप सिंह सरपंच प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।